Episode 312 - Normal बातें । How ignoring the words of family members can prove fatal; it is not good for us at all .
18 de sep. de 2024 ·
12m 29s
Descarga y escucha en cualquier lugar
Descarga tus episodios favoritos y disfrútalos, ¡dondequiera que estés! Regístrate o inicia sesión ahora para acceder a la escucha sin conexión.
Descripción
Just click on the play button enjoy the fun ride of podcasting .
इस पॉडकास्ट एपिसोड में सिर्फ और सिर्फ मैं आपको यह सीखना चाहता हूं कि अगर आप घरवालों की बात मानते हैं अगर आप परिवार की बात मानते हैं तो आपके साथ अच्छा होने का जो चांस है अच्छा होने की जो गुंजाइश है वह बहुत ज्यादा बढ़ जाती है आपके साथ गलत नहीं हो सकता क्योंकि घर वाले आपको जानते हैं और शायद आपसे ज्यादा आपको जानते हैं ।
कभी-कभी आपने सुना होगा कि बाबू यह काम मत कीजिए आपको ज्यादातर यह एडवाइस जो है ना वह घर वाले ही बताएंगे परिवार के सदस्य ही बताएंगे।
अक्सर ऐसा देखने को मिलता है कि कुछ लोग ऐसे होते हैं जो बस ऐसे ही किसी काम का बिना कोई करनी ठीक है घरवालों की बात को नहीं सुनते हैं और बाद में जो है बहुत बड़ा कामयाब उन्हें भुगतना पड़ता है यह देखना पड़ता है कि भाई अब मेरे साथ जो है गलत होने वाला है हमारे परिवार ने हमारे फैमिली मेंबर ने हमें रोकने की कोशिश की थी परंतु हम लोग जो है रुक ही नहीं रुक जाते तो शायद यह नहीं होता परंतु फिलहाल हो रहा है होना नहीं चाहिए था क्यों हो रहा है किस लिए हो रहा है नहीं होता तो अच्छा होता अगर मान जाते तो अच्छा होता ।
Like comment share subscribe follow five star rating जरूर से जरूर कीजिएगा और आप हमेशा हमारे साथ बनेरहिएगा ।
इस पॉडकास्ट एपिसोड में सिर्फ और सिर्फ मैं आपको यह सीखना चाहता हूं कि अगर आप घरवालों की बात मानते हैं अगर आप परिवार की बात मानते हैं तो आपके साथ अच्छा होने का जो चांस है अच्छा होने की जो गुंजाइश है वह बहुत ज्यादा बढ़ जाती है आपके साथ गलत नहीं हो सकता क्योंकि घर वाले आपको जानते हैं और शायद आपसे ज्यादा आपको जानते हैं ।
कभी-कभी आपने सुना होगा कि बाबू यह काम मत कीजिए आपको ज्यादातर यह एडवाइस जो है ना वह घर वाले ही बताएंगे परिवार के सदस्य ही बताएंगे।
अक्सर ऐसा देखने को मिलता है कि कुछ लोग ऐसे होते हैं जो बस ऐसे ही किसी काम का बिना कोई करनी ठीक है घरवालों की बात को नहीं सुनते हैं और बाद में जो है बहुत बड़ा कामयाब उन्हें भुगतना पड़ता है यह देखना पड़ता है कि भाई अब मेरे साथ जो है गलत होने वाला है हमारे परिवार ने हमारे फैमिली मेंबर ने हमें रोकने की कोशिश की थी परंतु हम लोग जो है रुक ही नहीं रुक जाते तो शायद यह नहीं होता परंतु फिलहाल हो रहा है होना नहीं चाहिए था क्यों हो रहा है किस लिए हो रहा है नहीं होता तो अच्छा होता अगर मान जाते तो अच्छा होता ।
Like comment share subscribe follow five star rating जरूर से जरूर कीजिएगा और आप हमेशा हमारे साथ बनेरहिएगा ।
Información
Autor | Amit Kumar Gupta |
Organización | Amit Kumar Gupta |
Página web | - |
Etiquetas |
Copyright 2024 - Spreaker Inc. an iHeartMedia Company